Pixxel और NASA का Milestone Partnership
Pixxel, एक बेंगलुरु स्थित स्पेस टेक्नोलॉजी स्टार्टअप, ने NASA के साथ करोड़ो का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है। यह पार्टनरशिप NASA के $ 476 मिलियन के Commercial SmallSat Data Acquisition Programme का हिस्सा है। NASA से ऐसा ऑर्डर, इससे पहले किसी भारतीय स्पेस स्टार्टअप को नहीं मिला था।
इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत, जो नवंबर 2028 तक चलेगा, Pixxel hyperspectral Earth observation data NASA, अमेरिकी सरकार, और ऐकडेमिक पार्टनर्स को डाटा प्रोवाइड करेगा।
इस अचीवमेंट के साथ पिक्सेल ने भारतीय अंतरिक्ष उद्योग में एक नई मिसाल कायम की है।
Hyperspectral Imaging: भविष्य की टेक्नोलॉजी
Hyperspectral imaging एक एडवांस्ड टेक्नोलॉजी है जो स्पेस-बेस्ड अर्थ ऑब्जर्वेशन में रिवोल्यूशन ला रही है। ये टेक्नोलॉजी 250 स्पेक्ट्रल बैंड में डेटा कैप्चर कर शक्ति है,
जो की प्लैनेट के हर छोटी से छोटी डिटेल का एनालिसिस करने में मदद करता है। Pixxel के 5 मीटर रिज़ॉल्यूशन के सैटेलाइट्स इस टेक्नोलॉजी का उपयोग करता हैं।
हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग के फायदे
- Agriculture (कृषि): फसल की सेहत और उपज में सुधार करने के लिए।
- Climate Change (जल वायु परिवर्तन): पर्यावरण बदलाव का रियल टाइम मॉनिटरिंग ।
- Pollution Control (प्रदूषण नियंत्रण): जल और वायु की गुणवत्ता का सटीक विश्लेषण के लिए।
Pixxel के सीईओ आकाश पारेख ने कहा, “”ये कॉन्ट्रैक्ट एक बड़ा कदम है कमर्शियल हाइपरस्पेक्ट्रल डेटा का उपयोग Earth science research aur environmental monitoring को और मजबूत बनाने के लिए।
हम बात पर गर्व मेहसूस करते हैं कि वैज्ञानिक समुदाय के साथ हाइपरस्पेक्ट्रल डेटा ऍप्लिकेशन्स के कोलैबोरेशन को आगे बढ़ाया जा रहा है. हम NASA के साथ काम करने के लिए उत्साहित हैं, ताकी उन्हें मिशन को इस उन्नत पृथ्वी की मॉनीटरिंग टेक्नोलॉजी के जरीए और आगे ले जा साके “है।”
Pixxel की बड़ी योजना: Satellite Constellation ka Expansion
Pixxel अब अपने सैटेलाइट समूह को एक्सपैंड करने के लिए तैयार है। कंपनी का लक्ष्य है 24 सैटेलाइट का एक समूह बनाना, जो 40 किमी चौड़ाई के साथ २४ घंटे रेपेटिशन फ़्रेक़ुएनसी में डाटा कैप्चर करेगा।
- पृथ्वी का ऑब्जरवेशन डाटा आसानी से उपलब्ध हो जाएगा।
- उद्योग और सरकार को फायदा होगा
इस पार्टनर्शिप से ना सिर्फ Pixxel को ग्रोथ मिलेगी, बल्कि इंडियन स्पेस सैक्टर को भी एक ग्लोबल रिकग्नेशन मिलेगी।
भारतीय अंतरिक्ष उद्योग में बदला
भारतीय कंपनी NASA के साथ यह कांट्रैक्ट एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन है, जो इंडियन Indian space startup ecosystem के लिए एक इन्सपरेशन है। इंडियन स्पेस सैक्टर के निजीकरण के बाद यह पहली बड़ी सफलता है जो एक स्टार्टअप ने हासिल किया है
- स्टार्टअप इंडिया इनिशिएटिव को बूस्ट मिलेगा
- बेंगलुरु को एक ग्लोबल स्पेस टेक्नोलॉजी हब के रूप में एस्टाब्लिश करने में मदद मिलेगी
Pixxel और NASA का यह कोलैबोरेशन सिर्फ एक कॉन्ट्रैक्ट नही बक्ली भारतीय स्पेस टेक्नोलॉजी की ग्लोबल सक्सेस की कहानी है।
यह पार्टनरशिप ना सिर्फ इंडियन स्टार्टअप्स को इंस्पायर करेगी, बल्कि दुनिया को दिखेगी की भारत अब स्पेस टेक्नोलॉजी मई भी एक लीडर बनने के रास्ते में है।