रूस और पश्चिमी टेक कंपनियों के बीच मतभेद लगातार गहराते जा रहे हैं। ताजा मामला YouTube से जुड़ा है, जहां कुछ वीडियो को लेकर रूस ने Google पर जुर्माना ठोका है। इन वीडियोज़ में रूसी सैनिकों को सरेंडर (आत्मसमर्पण) करने के तरीके दिखाए गए हैं। इस बार जुर्माने की राशि $41,500 (लगभग 34 लाख रुपये) रखी गई है।
रूस को YouTube से क्या आपत्ति है?
रूसी सरकार का आरोप है कि YouTube पर कुछ ऐसे वीडियो हैं जो रूसी सैनिकों के खिलाफ नकारात्मक नैरेटिव बना रहे हैं। सरकार का मानना है कि यह कंटेंट राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है और रूस के कानूनों का उल्लंघन करता है।
यह जुर्माना उसी सेंसरशिप मुहिम का हिस्सा माना जा रहा है, जिसके तहत रूस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है।
रूस की टेक कंपनियों पर सख्ती क्यों बढ़ रही है?
रूस लंबे समय से टेक कंपनियों पर नियंत्रण बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
- डेटा स्टोरेज को लेकर कड़े नियम लागू किए गए हैं। कंपनियों को स्थानीय रूप से डेटा स्टोर करना अनिवार्य किया गया है।
- सरकारी निगरानी को अनदेखा करने वाली कंपनियों पर भारी जुर्माना लगाया जाता है।
- अगर कोई कंपनी इन नियमों का पालन नहीं करती, तो उस पर प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है।
युद्ध के बाद रूस की सेंसरशिप और सख्त
यूक्रेन युद्ध के बाद से रूस ने मीडिया पर नियंत्रण और ऑनलाइन नैरेटिव को प्रभावित करने की कोशिशें तेज कर दी हैं।
- प्लेटफॉर्म्स को ब्लॉक किया जा रहा है।
- विरोधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
- विदेशी टेक कंपनियों पर दबाव बनाया जा रहा है कि वे रूसी नियमों का पालन करें।
सरकार YouTube पर भी बैन लगा सकती है, क्योंकि वह इसे “विरोधी नैरेटिव फैलाने” के लिए जिम्मेदार मानती है।
YouTube पर धीमी स्पीड – रूस की नई रणनीति?
रूस ने YouTube की स्पीड को धीमा करने जैसे कदम भी उठाए हैं, जिससे यूज़र्स के लिए वीडियो देखना मुश्किल हो गया है। इसका मकसद ऑनलाइन कंटेंट पर सरकार का नियंत्रण बनाए रखना और पश्चिमी मीडिया के प्रभाव को कम करना है।
Rutube: रूस का अपना YouTube!
रूस विदेशी टेक कंपनियों पर निर्भरता कम करने के लिए अपने घरेलू विकल्प विकसित कर रहा है। इनमें Rutube प्रमुख है, जो YouTube जैसा ही एक रूसी वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म है।
Rutube पर यूज़र्स:
- ओरिजिनल प्रोडक्शन अपलोड कर सकते हैं।
- यूज़र-जनरेटेड वीडियोज़ शेयर कर सकते हैं।
- म्यूजिक और अन्य कंटेंट एक्सप्लोर कर सकते हैं।
सरकार Rutube को बढ़ावा देकर डिजिटल स्पेस पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है।