Airtel ने इंडियन आर्मी के साथ कि पार्टनरशीप , जो नॉर्थ काश्मीरी के दूरदराज गांवों मे कनेक्टीवीटी रीवोल्यूशन लाने वाली है। यह पहल सिर्फ तकनीक का फायदा देने तक सीमित नहीं,बल्कि गांव के लोगों को विकास और नए अवसर भी देगा।इन दूर-दराज इलाकों को तेजी से चलने वाले इंटरनेट और विश्वसनीय नेटवर्क की सुविधा प्रोवाइड करेगी ओर शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योगों में महत्वपूर्ण बदलाव आएगे। आइए इस पर विस्तार से चर्चा करें।
पार्टनरशिप का उद्देश्य:
- उत्तरी कश्मीर के दूरदराज के गांवों में टेलीकॉम सेवाएं पहुंचाना
- स्थानीय लोगों को डिजिटल दुनिया से जोड़ना
- सैनिकों के लिए संचार सुविधाएं बेहतर करना
Airtel LOC के साथ क्यों काम कर रहा है ?
Airtel ने इंडिया आर्मी के साथ मिलकर नॉर्थ काश्मीर के दूरदराज गांवों मे कनेक्टिविटी बेहतर करने के लिए पार्टनरशीप की है। यह सहयोग का मुख्य उद्देश्य दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों को आपस में जोड़ना है और डिजिटल अंतराल को खतम करना है।
Airtel ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) के आस पास के गावों मे 15 मोबाइल टावर लगाए गए है। जो 2G से लेकर 5G तक के स्पीड के साथ, ये टावर 5 से 15 कीलोमीटर तक के विस्तार को कवर कराते है। खास कर, 4G LTE technology के जरिये यूझर्स को तेज-तरार इंटरनेट मिलता है।
जिससे लोकल और सोल्जर दोनों को फायदा होगा इस कदम से सोल्जर अपने परिवार से कांटैक्ट मे रह सकते है ओर ओपरेसन्स कोर्डीनेसन मे भी मदद मिल सकती है।
Airtel ने (LOC) के कोन कोन सी जगाह पर टावर लगाए है ?
Airtel ने कुपवाड़ा, बारामुला और बांदीपोरा जिलों में 15 नए मोबाइल टावर लगाए हैं। ये टावर स्थानीय निवासियों के साथ-साथ नियंत्रण रेखा (LoC) पर तैनात भारतीय सेना के जवानों को भी जरूरी कोमन्युकेशन सर्विस प्रोवाइड करेगा।
इस पहल से क्षेत्र में कोमन्युकेशन की सर्विस में सुधार आएगा , जिससे लोगों और सैनिकों के बीच संपर्क और भी मजबूत होगा।
ये कदम प्रधानमंत्री के Vibrant Village Programme का हिस्सा हैं, जो दूरस्थ गांवों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने का लक्ष्य रखता है।