South Korea ने DeepSeek AI पर बैन लगाया! AI प्राइवेसी को लेकर बड़ा खुलासा!

South Korea की PIPC अथॉरिटी ने DeepSeek AI के नए डाउनलोड्स पर रोक लगा दी है! वजह? यूज़र्स की डेटा प्राइवेसी पर बड़ा सवाल उठ गया है। PIPC का कहना है कि जब तक ऐप South Korea के प्राइवेसी लॉज़ के अनुसार सुधार नहीं करता, तब तक यह डाउनलोड के लिए उपलब्ध नहीं होगा।

DeepSeek AI पर बैन क्यों लगा?

नेशनल इंटेलिजेंस सर्विस (NIS) ने कहा कि DeepSeek AI साइबर जासूसी में शामिल था, क्योंकि यह यूज़र्स की कीस्ट्रोक्स रिकॉर्ड कर रहा था और उनकी चैट लॉग्स सीधे चीनी सर्वर्स पर भेज रहा था।

Italy और India का क्या रिएक्शन रहा?

🇮🇹 Italy: DeepSeek AI पर पूर्ण बैन!

जनवरी 2025 में, Italian Data Protection Authority ने DeepSeek AI पर तुरंत रोक लगा दी। अथॉरिटी को चिंता थी कि DeepSeek AI यूज़र डेटा को कैसे कलेक्ट और स्टोर करता है और क्या यह GDPR नियमों का पालन करता भी है या नहीं। बैन लागू होते ही, DeepSeek AI को इटालियन यूज़र्स का डेटा प्रोसेस करना बंद करने का आदेश मिला।

🇮🇳 India: सरकारी डिवाइसेज़ पर AI टूल्स बैन!

Indian Ministry of Finance ने सरकारी डिवाइसेज़ पर AI टूल्स के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है, जिसमें DeepSeek AI भी शामिल है। यह कदम संवेदनशील सरकारी डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

DeepSeek AI आखिर यूज़र्स से क्या डेटा कलेक्ट कर रहा था?

🖥️ How It Works

DeepSeek AI हर एक की प्रेस को रिकॉर्ड करता है जब आप टाइप करते हो, कीस्ट्रोक्स को कैटेगराइज करता है, टाइपिंग स्पीड के मेट्रिक्स कैलकुलेट करता है, और इंटरएक्टिव चार्ट्स या काउंटर के जरिए रियल-टाइम फीडबैक देता है।

🆚 ChatGPT, Gemini, या Claude से कैसे अलग है?

जब कीबोर्ड इनपुट पैटर्न ट्रैकिंग हर एक कीस्ट्रोक को डिटेल में मॉनिटर करती है, वहीं AI मॉडल्स जैसे ChatGPT, Gemini, और Claude पूरा टेक्स्ट एक साथ प्रोसेस करते हैं, बिना हर एक कीस्ट्रोक को ट्रैक किए। इस वजह से ये प्राइवेसी कंसीडरेशन्स के मामले में कम इनट्रूज़िव होते हैं।

South Korea का यह कदम दिखाता है कि AI प्राइवेसी रिस्क्स पर ग्लोबल क्रैकडाउन बढ़ रहा है। गवर्नमेंट्स रेगुलेशन्स कड़ा कर रही हैं, और यह मूव AI ओवरसाइट के लिए एक प्रिसिडेंट सेट कर सकता है।

क्या दूसरे देश भी यही कदम उठाएंगे?

  • 🇪🇺 EU – GDPR के स्ट्रिक्ट रूल्स के चलते बैन या हैवी फाइन्स संभव।
  • 🇺🇸 U.S. – चाइनीज़ टेक पर बढ़ती स्क्रूटनी DeepSeek AI को इन्वेस्टिगेशन के रेडार में ला सकती है।
  • 🇮🇳 India & SE Asia – डेटा लॉज़ स्ट्रॉंगर हो रहे हैं, तो AI रेगुलेशन्स और सख्त हो सकती हैं।

AI कंपनियों के लिए क्या सबक है?

अगर AI मॉडल्स ग्लोबल स्केल पर ऑपरेट करना चाहते हैं, तो उन्हें ये स्टेप्स लेने पड़ेंगे:

✅ डेटा कलेक्शन का ओपन डिस्क्लोज़र।

✅ यूज़र्स को ट्रैकिंग ऑप्ट-आउट का ऑप्शन देना।

✅ डेटा को लोकल लॉज़ के मुताबिक स्टोर करना।

✅ थर्ड-पार्टी सिक्योरिटी ऑडिट्स पास करना।

DeepSeek AI और बाकी AI कंपनियों के लिए प्राइवेसी अब एक नेस्सेसिटी बन चुकी है—वरना उन्हें की मार्केट्स से बाहर निकाल दिया जाएगा।

Leave a Reply